सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

"बारिश में स्वस्थ रहना अब हुआ आसान!"


       बारिश के समय अपने आप को बीमारियों से कैसे बचाएं और न्यूट्रिशन का उपयोग करके स्वास्थ्य को कैसे मजबूत करें?

लेखक: जितेन्द्र पुरी गोस्वामी (स्वास्थ्य एवं वेलनेस कोच) 

         बारिश का मौसम हर किसी को भाता है। ठंडी-ठंडी फुहारें, हरियाली और ताजगी से भरी हवा मन को आनंदित करती है, अपने साथ राहत और ताजगी तो लाता है, लेकिन यह मौसम साथ ही लाता है कई बीमारियों का खतरा। गंदा पानी, नमी, गीले कपड़े, भीगे पैर, मच्छर और दूषित खानपान हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देते हैं। ऐसे मेंकमज़ोर इम्युनिटी बारिश में बीमार पड़ने की संभावना को बढ़ा देती है। अनेक बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है, रूरी है कि हम अपनी लाइफस्टाइल और न्यूट्रिशन पर विशेष ध्यान दें ताकि बीमारियों से बचाव हो सके।


बारिश में होने वाली सामान्य बीमारियाँ:

  1. सर्दी-खांसी और वायरल बुखार

    • बदलते मौसम में तापमान में गिरावट और नमी के कारण सर्दी, जुकाम और वायरल संक्रमण आम हो जाते हैं।

  2. डेंगू और मलेरिया

    • पानी जमने से मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसे रोग फैलते हैं।

  3. टाइफॉइड और हैजा

    • गंदे और दूषित पानी के सेवन से टाइफॉइड और हैजा जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।

  4. फंगल इन्फेक्शन

    • नमी के कारण त्वचा संबंधी फंगल संक्रमण, रैशेस और खुजली बढ़ जाती है।

  5. फूड प्वाइजनिंग

    • इस मौसम में बाहर का तला-भुना और बासी खाना खाने से फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।



बचाव के उपाय:

  1. स्वच्छता का रखें विशेष ध्यान

    • बारिश में हमेशा सूखे और साफ कपड़े पहनें। गीले जूतों को समय रहते बदलें।

    • अपने हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से नियमित धोते रहें।

  2. बाहर के खाने से बचें

    • सड़क किनारे मिलने वाले तले-भुने और खुले खाद्य पदार्थों से दूर रहें।

    • घर का बना, ताजा और गर्म भोजन करें।

  3. मच्छरों से बचाव करें

    • सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें और घर में मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव करें।

    • आसपास पानी ना जमा होने दें।

  4. त्वचा का ध्यान रखें

    • नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह से सुखाएं और फंगल इन्फेक्शन से बचने के लिए एंटी-फंगल पाउडर का उपयोग करें।



न्यूट्रिशन द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं?

             बारिश में इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, ऐसे में न्यूट्रिशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सही आहार और कुछ न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स के माध्यम से आप अपनी इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं।

1. विटामिन C का सेवन बढ़ाएं

  • यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

  • स्रोत: आंवला, नींबू, संतरा, अमरूद, हर्बल चाय।

2. प्रोटीन युक्त आहार लें

  • प्रोटीन शरीर की मरम्मत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।

  • स्रोत: दूध, दही, पनीर, अंडा, दालें, सोया।

3. हाइड्रेशन बनाए रखें

  • बार-बार चाय या कॉफी पीने की बजाय हर्बल ड्रिंक्स या गर्म पानी पीना बेहतर है।

  • हर्बल एलोवेरा या तुलसी ड्रिंक्स बहुत मददगार हो सकते हैं।

4. हर्बल सप्लिमेंट्स और न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स का प्रयोग करें

  • प्रोटीन शेक, एलोवेरा जूस, मल्टीविटामिन्स और इम्यून बूस्टर सप्लिमेंट्स इस मौसम में बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।

  • ये न केवल शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं बल्कि ऊर्जा भी प्रदान करते हैं।

5. फाइबर युक्त आहार

  • फाइबर पाचन को ठीक रखता है और शरीर से टॉक्सिन निकालने में मदद करता है।

  • स्रोत: फल, सब्जियां, ओट्स, ब्राउन ब्रेड, दलिया।


निष्कर्ष:

                बारिश के मौसम में बीमारियों से बचना संभव है, बस जरूरत है थोड़ी सी सतर्कता, साफ-सफाई और पोषण युक्त जीवनशैली अपनाने की। न्यूट्रिशन की सही जानकारी और सप्लिमेंट्स का उपयोग करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं और इस मौसम का आनंद बिना बीमारी के ले सकते हैं।


लेखक परिचय:

जितेन्द्र पुरी गोस्वामी – (मैं एक अनुभवी Health & Wellness Coach हूॅं। पिछले कई वर्षों से लोगों को प्राकृतिक और पोषणयुक्त जीवनशैली अपनाने की सलाह देते आ रहा हूॅं। मेरे हेल्थ टिप्स, फिटनेस और न्यूट्रिशन से जुड़े  विचार आज लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।)


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ आदतें"

  स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ आदतें: एक खुशहाल जीवन की कुंजी आज के तेज़ रफ्तार जीवन में हम अक्सर अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। भागदौड़ भरी दिनचर्या, तनाव, असंतुलित खान-पान और शारीरिक गतिविधियों की कमी से हमारा शरीर और मन दोनों प्रभावित होते हैं। लेकिन यदि हम कुछ सरल और प्रभावी स्वस्थ आदतों को अपने जीवन में शामिल करें, तो न केवल हम बीमारियों से बच सकते हैं बल्कि एक खुशहाल और ऊर्जावान जीवन भी जी सकते हैं। 1. संतुलित आहार लें स्वस्थ जीवनशैली की शुरुआत एक अच्छे आहार से होती है। भोजन में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और अच्छे वसा की संतुलित मात्रा होनी चाहिए। हरी सब्जियाँ, ताजे फल, दालें, साबुत अनाज और कम तेल मसाले वाले खाने को प्राथमिकता दें। जंक फूड, अत्यधिक मीठा और प्रॉसेस्ड फूड से दूरी बनाएं। 2. नियमित व्यायाम करें रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करना शरीर को सक्रिय और चुस्त बनाता है। योग, दौड़, सैर या साइक्लिंग जैसी गतिविधियाँ न केवल शरीर को फिट रखती हैं बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करती हैं। 3. पर्याप्त नींद लें एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए 7-8 घंटे की नींद बहुत ज़रूरी...

One Healthy Habit Every Day : A 60-Day Challenge

  One Healthy Habit Every Day  : A 60-Day Challenge &  How a Wellness Coach Helps You Stay on Track In a world filled with fast-paced lifestyles, unhealthy food choices, and increasing stress levels, building a sustainable and healthy lifestyle seems like a distant goal for many. But what if achieving good health could be as simple as adopting just one small healthy habit every day ? That’s the foundation of the 60-Day Healthy Habit Challenge – a powerful approach that focuses on consistency and positive transformation, one step at a time. But here’s the twist: Change is hard when you’re alone . This is where a Wellness Coach plays a crucial role. They guide, support, and personalize the journey to help you turn small habits into lifelong wellness.   “Success is the sum of small efforts, repeated day in and day out.” taking care of our health often takes a back seat. But what if you could transform your body, mind, and lifestyle by adopting just one he...

मेरी वेलनेस कोच बनने की यात्रा – "द पुरी वेलनेस मेथड" के साथ (My Journey as a Wellness Coach)

मेरी वेलनेस कोच बनने की यात्रा – "द पुरी वेलनेस मेथड" के साथ                   ज़िंदगी हमेशा वैसी नहीं होती जैसी हम सोचते हैं। मेरी हेल्थ और वेलनेस कोच बनने की यात्रा भी एक संघर्ष से शुरू हुई। कुछ साल पहले मैं थकान, अस्वस्थ खानपान और तनाव से जूझ रहा था। तब मुझे अहसास हुआ कि असली शक्ति हमारे भोजन, दिनचर्या और सोच में छुपी होती है। जैसे-जैसे मैंने अपनी जीवनशैली बदली, शरीर और मन में सकारात्मक बदलाव दिखा, तो मन में आया — "अगर मैं बदल सकता हूँ, तो औरों की मदद भी कर सकता हूँ।" यहीं से शुरुआत हुई The Puri Wellness Method की।   हर व्यक्ति के जीवन में एक ऐसा मोड़ आता है, जब वह अपने जीवन की दिशा बदलने का निर्णय लेता है। मेरे लिए वह मोड़ तब आया जब मैंने अपनी और अपनों की सेहत को गिरते हुए देखा। बढ़ती अस्वस्थ जीवनशैली ने मुझे अंदर से झकझोर दिया। तभी मैंने निर्णय लिया कि अब केवल इलाज नहीं, बल्कि " सही जीवनशैली और पोषण से बीमारी को रोकना ही असली उपाय" है। और यहीं से मेरी वेलनेस कोच  शुरुआत हुई। मेरे जीवन की प्रेरणा: खुद की जर्नी मैंने...